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हार्ट पेशंट इन योगासन को करने में बरते सावधानी

YOGA HEART HEALTH

संतुलित आहार और अच्छी जीवनशैली अपनाकर आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं। नियमित रूप से योग करना दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लेकिन कई ऐसे योगासन हैं जिनसे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है और इस वजह से दिल के मरीजों के लिए जोखिम बढ़ सकता।

हमारा दिल हमारे शरीर का सबसे अहम अंग है। दिल का काम शरीर के सभी अंगों तक रक्त पहुँचाना है। ऐसे में दिल का सही से काम करना बहुत जरुरी है।आज के समय में बड़ी संख्या में दिल संबंधी रोगों से पीड़ित हैं। बदलती जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों की वजह से दिल संबंधी रोगों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में संतुलित आहार और अच्छी जीवनशैली अपनाकर आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं। नियमित रूप से योग करना दिल की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। लेकिन कई ऐसे योगासन हैं जिनसे दिल पर अधिक दबाव ‘पड़ता है और इस वजह से दिल के मरीजों के लिए जोखिम बढ़ सकता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ऐसे कौन से आसान हैं जो दिल के मरीजों को नहीं करने चाहिए –

चक्रासन

इस आसन को करने के लिए बहुत अधिक ताकत और उचित श्वास पैटर्न की आवश्यकता होती है। यह आपके दिल पर तेजी से रक्त पंप करने के लिए दबाव डालता है। यही कारण है कि दिल के मरीजों को चक्रासन करने से बचना चाहिए।

हलासन

हलासन में हल कौ मुद्रा में आपको पीठ के बल लेटने, अपने पैरों को उठाने और उन्हें अपने सिर के पीछे रखने की आवश्यकता होती है। इस स्थिति में गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ रक्त को प्रसारित करने के लिए आपके दिल पर दबाव पड़ता है। यह दिल की ओर रक्त की मात्रा भी बढ़ा सकता है, जिससे दिल के मरीजों के लिए जोखिम बढ़ सकता है।

सर्वागासन

दिल के मरीजों को सर्वागासन करने से पूरी तरह से बचा जाना चाहिए। इस आसान में आपको अपने कंधों पर खड़े होकर, अपने ऊपरी शरीर पर पूरी तरह से दबाव डालना होता है । जब आप यह आसान करते हैं तो आपके हृदय को रक्त परिसंचरण के लिए गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ काम करना पड़ता है। जिससे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है।

सिरहसाना

स्वांगासन के समान, सिरहसाना एक उलटा स्थिति है। इस आसन में हाथों और सिर को फर्श से छूते हुए शरीर को सीधा रखा जाता है। इस मुद्रा में आपके पैर, सिर के ऊपर होते हैं और इसलिए निचले शरीर में रक्त को पंप करने के लिए हृदय द्वारा अधिक दबाव डाला जाता है। यही वजह है कि दिल के मरीजों ‘को यह आसान नहीं करना चाहिए।

विपरीत करणी

इस आसन में आपको अपनी पीठ के बल लेटकर अपने हाथों के सहारे की सहायता से अपने कूल्हों को उठाने की आवश्यकता होती है। यह मुद्रा आपके शरीर में रक्त संचार के लिए आपके शरीर के निचले हिस्से में खिंचाव पैदा करती है। इससे ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है इसलिए दिल के मरीजों ‘को यह आसन करने से बचना चाहिए।

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