अंतरिक्ष में पिछले 32 वर्षों से ब्रम्हांड की आश्चर्यजनक तस्वीरें धरती पर भेजने वाले हबल टेलिस्कोप को जल्द ही एक नए मिशन पर भेजने की तयारी की जा रही है. हबल इस समय अन्तरिक्ष में अपना अंतिम समय पूरा कर रहा है जिसके बाद इसको निष्क्रिय करने की योजना थी. हाल ही में अब इसको लेकर एक नई घोषणा हुई है जिसमे नासा- स्पेसएक्स के समझौते के बाद हबल स्पेस टेलीस्कोप को उसके वर्तमान ऑर्बिट से हटा कर उससे ऊँचे ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा. इस मिशन में हबल के साथ स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल को डॉकिंग किस तरह किया जाए उसके बारे में 6 महीनों तक स्टडी की जाएगी.
हबल का यह नया मिशन जिन सवालों के जवाब देगा, उनमें ऐसे मिशन की लागत और इसकी तकनीकी व्यवहार्यता शामिल है। इसका मुख्य लक्ष्य हबल की ऊंचाई को पृथ्वी से 535 किमी के अपने वर्तमान स्तर से 600 किमी तक बढ़ाना है, यह वही ऊंचाई जो हबल ने 1990 में पहली बार लॉन्च होने पर थी। 2009 में पांचवें और अंतिम सर्विसिंग मिशन के बाद से, हबल धीरे-धीरे अपनी ऊंचाई खो रहा है। टेलिस्कोप के प्रोजेक्ट मैनेजर, पैट्रिक क्राउज़ ने एक कांफ्रेंस के दौरान कहा कि री-बूस्ट मिशन के अभाव में, नासा को एक प्रोपल्शन मॉड्यूल लॉन्च करके हबल को पृथ्वी के वायुमंडल और प्रशांत महासागर में सुरक्षित निष्क्रिय करना था। क्राउसे ने कहा कि हबल की ऊंचाई बढ़ाने के लिए एक ड्रैगन मिशन 15 या 20 साल के कक्षीय जीवनकाल को जोड़ सकता है। क्राउसे ने कहा कि हबल की ऊंचाई बढ़ाने के लिए स्पेसएक्स री-बूस्ट ड्रैगन मिशन हबल के जीवनकाल को 15 या 20 साल और बढ़ा देगा।