अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस पर बेटियों को संकट के समय में मानसिक संतुलन और हिम्मत के साथ मुकाबला करने की दी सलाह
कपिल शर्मा | गौरवशाली भारत
नांगल चौधरी। राजकीय महिला महाविद्यालय परिसर में गुरुवार को महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय के अन्तर्गत अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस उपलक्ष्य बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के बैनर तले बेटियों को आत्म सुरक्षा और जागरूकता के माध्यम से सशक्त बनाने के लिए 18 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई।
इस कार्यक्रम में सीडीपीओ कान्ता कुमारी की अध्यक्षता में महिला महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अनिता तंवर ने मुख्य अतिथि स्वरूप संबोधित करते हुए कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से लड़कियों को मनोवैज्ञानिक, बौद्धिक और शरीरिक रुप से मजबूत बनना सिखाया जाता है। संकट के समय में मानसिक संतुलन और मनचलों के साथ हिम्मत के साथ मुकाबला करने की सलाह और विकट परिस्थितियों में खुद की रक्षा करने के उपाय बताए जाते हैं। वहीं कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय संबोधन में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकार (सीडीपीओ) कान्ता कुमारी ने बताया कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण न केवल छात्राओं के आत्मविश्वास में वृद्धि करता है। साथ ही विपरीत परिस्थितियों में भी स्वयं की रक्षा करने में सक्षम बनाता है। वहीं कार्यक्रम में मंच स्पीकर स्वरूप डॉ. सुशीला यादव ने भी छात्राओं को संबोधित किया।
प्रशिक्षण के दौरान नारनौल से जिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी सरिता शर्मा ने बालिकाओं को जागरूक किया। तो वहीं कार्यक्रम में नारनौल से प्रशासक वन स्टॉप सैन्टर से वन्दना यादव ने भी महिलाओं के साथ होने वाली हिंसाओं के बारे में अवगत कराया। साथ ही इस कार्यक्रम में मार्शल आर्ट कोच नीतू सोनी द्वारा बालिकाओं को सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग दी गई।
महाविद्यालय में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की उपस्थिति में नांगल चौधरी पुलिस उप-निरिक्षक पंकज यादव, सीडीपीओ सहायक हेमन्त कुमार, सुपरवाईजर सुनिता यादव, सोनू यादव, रेखा, लिपिक देवदत और सेवादार पंकज उपस्थित रहे।