जम्मू : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को विश्व प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। श्री सिन्हा ने जम्मू संभाग के 10 जिलों के उपायुक्तों (डीसी) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) तथा नागरिक एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय सुरक्षा और जिला विकास समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में श्री अमरनाथ जी यात्रा से पहले की तैयारियों और यात्रा सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, मार्ग पर यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं, ठहरने की व्यवस्था, सड़कों का उन्नयन, आरएफआईडी कार्ड वितरण आदि से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों पर भी चर्चा की गई।
उपराज्यपाल ने क्षेत्र में समग्र सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की। उन्होंने पूरे आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों, नागरिक और पुलिस प्रशासन के बीच घनिष्ठ तालमेल का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उन्हें सहायता देने वालों को प्राथमिकता के आधार पर समाप्त किया जाना चाहिए।
उपराज्यपाल ने विकास परियोजनाओं और सामाजिक कल्याण तथा अन्य सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति का भी जायजा लिया। उपायुक्तों ने अध्यक्ष को समग्र कृषि विकास कार्यक्रम (एचएडीपी) के क्रियान्वयन, औद्योगिक संपदाओं के विकास और सार्वजनिक सेवाओं के विस्तार के बारे में जानकारी दी।
उपराज्यपाल ने दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं, अवैध खनन गतिविधियों और नशीली दवाओं के खतरे को रोकने के लिए उठाए गए कदमों पर जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर कार्रवाई रिपोर्ट भी मांगी। उन्होंने जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों में सड़क सुरक्षा और सड़क दुर्घटनाओं के कारण गंभीर रूप से घायल होने और मौतें होने पर लोगों की बढ़ती चिंता को उजागर किया।
इस समस्या से निपटने के लिए श्री सिन्हा ने डीसी और एसएसपी को यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के प्रति शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाने और सख्त निगरानी और दंड लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले अयोग्य वाहनों की तुरंत पहचान की जानी चाहिए और उन्हें जब्त किया जाना चाहिए।
बैठक में मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी आरआर स्वैन, गृह विभाग के प्रमुख सचिव चंद्राकर भारती, एडीजीपी कानून और व्यवस्था विजय कुमार, एडीजीपी सीआईडी नीतीश कुमार, एडीजीपी जम्मू आनंद जैन, एडीजीपी जम्मू मनदीप कुमार भंडारी, उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव रमेश कुमार, संभागीय आयुक्त जम्मू, डीआईजी, उपायुक्त, एसएसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।