जम्मू : नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ने के लिए दृढ़ संकल्पित जम्मू पुलिस का ‘ड्रग रोधी प्रकोष्ठ’ विशेष टीमों के साथ जल्द ही मादक पदार्थों के आपूर्तिकर्ताओं और ड्रग डीलरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा। पुलिस विभाग के सूत्रों ने कहा कि ड्रग रोधी प्रकोष्ठ के गठन से पुलिस टीमों के कामकाज में बहुत फर्क पड़ेगा, जो विशेष रूप से जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मामलों को संभालने में काम करेंगी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा,“जम्मू जिले में नशील पदार्थों के दुरुपयोग को नियंत्रित करने के लिए ड्रग रोधी प्रकोष्ठ सीधे जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में काम करेगा।”
उन्होंने कहा कि प्रकोष्ठ में मादक पदार्थों के तस्करों से संबंधित डेटा संग्रह होगा और यह पुलिस स्टेशनों में दर्ज तस्करी के मामलों में आगे और पीछे के लिंक की भी जांच करेगा। सूत्रों ने कहा कि प्रकोष्ठ को जिला पुलिस कार्यालय (डीपीओ) से अपडेट किया जाएगा और इसमें ऑपरेटरों को चैनलाइज़ करने वाले लिंक का पता लगाने के लिए 2023 में दर्ज मामलों के अलावा जिले में सक्रिय नशीले पदार्थों के डीलरों से संबंधित विवरण होंगे।
उन्होंने कहा,“निरीक्षक पद का एक अधिकारी संबंधित थाना प्रभारी (एसएचओ) की सहायता से प्रकोष्ठ के प्रभारी के रूप में कार्य करेगा।” उन्होंने कहा कि जम्मू जिले में थानों की संख्या किसी भी अन्य जिले की तुलना में अधिक है। प्रत्येक थाना में औसतन दो से तीन ड्रग्स के मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिनकी सेल टीमों द्वारा नियमित रूप से निगरानी की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि एसएसपी जम्मू ने इस खतरे से लड़ने के लिए एक ड्रग रोधी प्रकोष्ठ का गठन किया है। सूत्रों ने कहा, “जम्मू जिले में दर्ज मामलों के पिछले और आगे के लिंक की जांच की जाएगी। जांच के दौरान पीआईटी एनडीपीएस के तहत थानों द्वारा डोजियर जारी किए जाएंगे।तस्करों की संपत्ति कुर्क करने की भी योजना है।”
जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने यूनीवार्ता को बताया,“जम्मू जिले में नशीले पदार्थों के आदी लोगों और तस्करों की एक पूरी सूची रखी जाएगी तथा नशीले पदार्थों के हॉटस्पॉट के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाएगी।” उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में जेल से रिहा हुए तस्करों की सूची भी तैयार की जा रही है।
सेल नशीले पदार्थों से संबंधित मामलों के खिलाफ आक्रामक तरीके से लड़ने के लिए थानों के साथ संयुक्त रूप से काम करेगा। उन्होंने कहा,“नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अभियान जारी है और नागरिक समाज के सदस्यों की मदद से इस समस्या को रोकने के लिए एक रोडमैप तैयार है।”