शिमला : हिमाचल प्रदेश में अगले छह दिन मौसम के खराब रहने का अनुमान जताया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में आगामी 18 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। सिरमौर जिला और इससे सटे क्षेत्रों में गुरुवार तक बाढ़ आने का खतरा जताया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
विभाग ने लोगों को भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों के समीप न जाने की हिदायत दी गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में सर्वाधिक 40 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। इसके अलावा कांगड़ा में 35 मिलीमीटर, नारकंडा में 23 मिलीमीटर, बह्रामणी में 19, सुजानपुर टीहरा में 16, भराड़ी में 15 और रामपुर में 11 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक बुधवार सुबह तक प्रदेश भर में दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 142 सड़कें बंद पड़ी हैं। इसके अलावा 209 बिजली ट्रांसफार्मर और 47 पेयजल परियोजनाएं भी ठप पड़ी हैं। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 73 सड़कें अवरूद्व हैं। मंडी में 22, कुल्लू में 20, सिरमौर में 14, कांगड़ा में पांच, लाहौल-स्पीति और किन्नौर में तीन-तीन और चंबा में दो सड़कों पर आवाजाही ठप है।
सिरमौर में भूस्खलन के कारण एनएच-707 और कुल्लू में एनएच-305 भी बाधित है। मंडी जिला में भारी बारिश से 117 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। इसी तरह सिरमौर में 40, लाहौल-स्पीति में 31, कुल्लू में सात, उना व चंबा में तीन-तीन, कागड़ा में एक ट्रांसफार्मर के खराब रहने से बिजली गुल है। शिमला में 21, कुल्लू में 18, बिलासपुर में छह, सिरमौर और उना में एक-एक पेयजल स्कीम बंद है।