चमोली। उत्तराखंड में भू-धंसाव प्रभावित जोशीमठ के जेपी परिसर में पानी रिसाव तेजी से घट रहा है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि मंगलवार को जोशीमठ मारवाड़ी के जे पी परिसर में पानी का घटकर 60 एलपीएम मापा गया। शुरुआत में पानी का रिसाव 540 एलपीएम था । आपदा प्रबंधन अधिकारी एन के जोशी ने बताया जोशीमठ में आपदा प्रभावित दरारों वाले भवनों की संख्या में भी कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। इनमें सें 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित हैं। जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार जोशीमठ में सुरक्षा की दृष्टिगत जिला प्रशासन वर्तमान में 251 परिवारों के 911 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है। इसके अलावा 45 परिवारों के 84 सदस्य अपने रिश्तेदारों के घर पर या किराये के घरों पर चले गए हैं। जोशी ने बताया भू-धंसाव की जद में आने वाले जोशीमठ के लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन को ध्वस्त किया जा चुका है। इसके अलावा दो होटलों का ध्वस्तीकरण का कार्य अंतिम चरण में है।