नई दिल्ली : भारत का मलेशिया, इंडोनेशिया और सऊदी अरब को इंजीनियरिंग निर्यात इस वर्ष सितंबर में दोगुना हो गया वहीं कुल शिपमेंट में सात प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई। इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) की रविवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2023 में मलेशिया को इंजीनियरिंग निर्यात 17.83 करोड़ डॉलर रहा जबकि सितंबर 2022 में 8.9 करोड़ डॉलर रहा था। इसी अवधि में 14.36 करोड़ डॉलर की तुलना में इंडोनेशिया को शिपमेंट 28.57 करोड़ डॉलर रहा। सऊदी अरब को इंजीनियरिंग निर्यात सितंबर 2023 में 45.59 करोड़ डॉलर रहा, जो इसके पिछले वर्ष के 22.72 करोड़ डॉलर से 100.6 प्रतिशत अधिक है।
इस अवधि के दौरान रूस को निर्यात दोगुना से अधिक हो गया। इस साल सितंबर में, रूस को इंजीनियरिंग निर्यात का मूल्य साल-दर-साल 119 प्रतिशत बढ़कर 11.11 करोड़ डॉलर हो गया। इस वर्ष सितंबर में साल-दर-साल सकारात्मक वृद्धि दर्ज करने वाले अन्य प्रमुख बाजारों में चीन, जर्मनी, ब्रिटेन, सिंगापुर, तुर्की, जापान और बेल्जियम शामिल हैं।
वहीं, भारतीय इंजीनियरिंग सामानों के लिए सबसे बड़ा बाजार, अमेरिका को इंजीनियरिंग निर्यात हालांकि सितंबर 2023 के दौरान नकारात्मक रहा। इस साल सितंबर में अमेरिका को इंजीनियरिंग निर्यात का मूल्य 1.43 अरब डॉलर रहा, जो इसके पिछले वर्ष के सितंबर के 1.51 अरब डॉलर के मुकाबले 5.3 प्रतिशत कम है।
रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2023 में ‘इलेक्ट्रिक मशीनरी’, ‘जहाज और नाव’ तथा ‘तांबा और तांबा उत्पादों’ के उच्च निर्यात के कारण समग्र इंजीनियरिंग निर्यात में वृद्धि हुई, जबकि विमान, लौह एवं इस्पात तथा एल्यूमीनियम और एल्यूमीनियम उत्पादों के निर्यात में गिरावट आई। लौह और इस्पात के निर्यात को छोड़कर इंजीनियरिंग निर्यात ने सितंबर 2023 में साल-दर-साल 8.77 प्रतिशत की उच्च वृद्धि दर्ज की।
ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष श्री अरुण कुमार गरोडिया ने कहा, “अन्य देशों की तुलना में इस्पात की कीमतें काफी ऊंची हैं।” हालांकि संचयी संदर्भ में निर्यात अभी भी नकारात्मक बना हुआ है। हमने देखा है कि लोहा और इस्पात को छोड़कर संचयी निर्यात प्रवृत्ति सकारात्मक बनी हुई है इसलिए हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि लोहा और इस्पात मुख्य उत्पाद है, जो भारत के इंजीनियरिंग निर्यात को नीचे की ओर ले जा रहा है।
गरोडिया ने आगे कहा कि प्रमुख निर्यात साझेदारों जैसे यूरोपीय संघ टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्यू) के सुरक्षात्मक रुख और इस्पात वस्तुओं पर संरक्षण और अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ भी इस्पात निर्यात को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे में हम सरकार से यूरोपीय संघ के साथ सुरक्षा और टीआरक्यू मुद्दों पर चर्चा करने का अनुरोध करते हैं।
क्षेत्रवार पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका (डब्ल्यूएएनए), उत्तर-पूर्व एशिया, उप-सहारा अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और आसियान जैसे प्रमुख गंतव्यों में सितंबर 2023 के दौरान निर्यात में वृद्धि दर्ज की, जबकि उत्तरी अमेरिका, यूरोपीय संघ के देशों, दक्षिण एशिया और ओशिनिया में निर्यात में वृद्धि दर्ज की गई। साल-दर-साल गिरावट आई। केंद्रीय वाणिज्य विभाग के त्वरित अनुमान के अनुसार, सितंबर 2023 में भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में इंजीनियरिंग निर्यात की हिस्सेदारी 23.58 प्रतिशत रही।