नई दिल्ली : वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने भारत के अटॉर्नी जनरल बनने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। श्री रस्तोगी ने प्रस्ताव अस्वीकार करने की पुष्टि की है, लेकिन कारणों का उल्लेख नहीं किया है। अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल का कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
देश के शीर्ष वकीलों में से एक श्री रोहतगी को पहली बार 2014 में तीन साल के कार्यकाल के लिए अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था। वरिष्ठ वकील श्री रस्तोगी द्वारा पद का प्रस्ताव अस्वीकार करने के साथ ही केंद्र सरकार को फिर से एक नए अटॉर्नी की तलाश करनी होगी।