नई दिल्ली : दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत को आम आदमी पार्टी(आप) ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मोदी सरकार की तानाशाही पर जोरदार तमाचा बताया।
‘आप’ के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने आज कहा,“ मनीष सिसोदिया की जमानत तानाशाही, हिटलरशाही और मोदी सरकार के ज़ुल्म पर ज़बरदस्त तमाचा है। सत्रह महीने तक एक ऐसे व्यक्ति को जेल में रखा गया जिसके खिलाफ एक भी सबूत नहीं था। एक रुपए की भी बरामदगी नहीं हुई, जमीन का कोई कागज नहीं मिला, गांव और घर से लेकर बैंक तक खंगाल दिया, लेकिन कुछ नहीं मिला। इसके बावजूद ईडी-सीबीआई ने तारीख पर तारीख लगवाकर 17 महीने तक केवल यह प्रयास किया कि किसी भी तरह मनीष सिसोदिया को जेल में रखा जाए। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला देश की न्याय व्यवस्था और लोकतंत्र की जीत है।”
श्री सिंह ने कहा कि पूरा देश यह मानता है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, महिलाओं के लिए बस यात्रा और बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा के लिए अनुकरणीय काम किए हैं लेकिन इन्होंने श्री केजरीवाल को ही पकड़कर जेल में डाल दिया। मोहल्ला क्लीनिक का मॉडल, जो पूरी दुनिया में प्रचारित हुआ, लाने वाले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भी इस तानाशाह सरकार ने पकड़कर जेल में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बताएं कि श्री सिसोदिया के जेल में बर्बाद हुए 17 महीनों का हिसाब कौन देगा? श्री सिसोदिया की पत्नी, बच्चे और परिवार ने जो मानसिक प्रताड़ना झेली है, उसका जवाब कौन देगा? दिल्ली के लाखों बच्चे जो एक ऐसे शिक्षा मंत्री के प्रयासों से वंचित रह गए, उसका हिसाब कौन देगा? केवल अपनी दुर्भावना और द्वेष की राजनीति के कारण 17 महीनों तक श्री सिसोदिया को जेल में रखा गया।
श्री संजय सिंह ने कहा कि ‘आप’ने हमेशा सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चलने का काम किया है। सर्वश्री केजरीवाल, सिसोदिया और जैन को केवल बदले और दुर्भावना की राजनीति के कारण जेल में रखा गया। भाजपा केवल नफरत, झगड़े, दंगे और फसाद में यकीन रखती है। उसे किसी का विकास नहीं करना है और न ही देश को आगे लेकर जाना है। श्री सिसोदिया की जमानत से पूरे देश की जनता और ‘आप’ के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है।
‘आप’के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि 17 महीने तक तिहाड़ जेल की सलाखों के पीछे बंद रहने के बाद आज सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में शिक्षा क्रांति के जनक श्री सिसोदिया को जमानत दी है। इसने यह संदेश साफ तौर पर दिया है कि कोई तानाशाही कितनी भी ताकतवर हो, लेकिन वह अनंतकाल तक नहीं चल सकती। तानाशाही की भी सीमा है। श्री सिसोदिया ने दिल्ली के सैकड़ों बच्चों के लिए नया सपना गढ़ा, गरीब परिवारों के बच्चों को आईआईटी और मेडिकल में सेलेक्ट करवाकर उनके भविष्य को एक नई दिशा दी।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक निर्णय दिया है। यह फैसला श्री सिसोदिया के साथ-साथ सभी राजनैतिक बंदियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा, जो बिना किसी सबूत और गवाह के पीएमएलए के काले कानून के तहत जेल में सड़ रहे हैं।
पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं मंत्री आतिशी ने कहा कि यह सत्य की विजय है। ये दिखता है कि भागवान के घर में देर है, लेकिन अंधेर नहीं है। श्री सिसोदिया को एक झूठे मुकदमे में फंसाया गया। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने दिल्ली के बच्चों को शानदार भविष्य दिया, दिल्ली के बच्चों की हाथ की लकीरें बदल डाली, उनका भविष्य बदल डाला और उनकी शिक्षा व्यवस्था बदल डाली। श्री सिसोदिया की तरह जल्द ही मुख्यमंत्री भी बहार आएंगे।