नोएडा, फरीदाबाद गुडगाँव समेत देश की राजधानी में प्रदुषण लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बना हुआ है। प्रदुषण के स्तर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के सख्त रवैये के बाद दिल्ली एनसीआर की कार्यदायी संस्थाएं हरकत में आई है। जिसके बाद सभी क्षेत्रों में किसी भी तरह के निर्माण व ओद्योगिक गतिविधि पर लगभग एक हफ्ते की रोक लगा दी गई है।
नोएडा में बढ़ी प्रदुषण नियंत्रण पर सख्ती
नोएडा प्राधिकरण ने भी प्रदुषण से निपटने के लिए कई कठोर कदम उठाये है। ज्यादा प्रदुषण फैलाने वाली गतिविधियों को कंट्रोल करने के लिए निर्देश दिए गए है। बंदिशों की बात की जाए तो नोएडा में बिजली की सप्लाई को ना रोकने के निर्देश दिए गए है क्योंकि बिजली ना रहने की स्तिथि मे डीजल जेनरेटर इस्तेमाल बढ़ सकता है जिस पर अब प्रशासन की तरफ से रोक लगाईं गई है। हैवी मिक्सचर प्लांट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। एंटी स्मोग गन के माध्यम से धुल भरे क्षेत्रों में प्रदुषण से निपटा जा रहा है साथ ही निर्माण सामग्रियों को ढककर रखने के निर्देश दिए गए है।
पाबंदियों के बावजूद भी कई निर्माण कार्य नोएडा और ग्रेटर नोएडा में जारी थे जिसके बाद प्रशासन की तरफ से और भी कड़ी सख्ती कर दी गयी है हालांकि कुछ जगहों पर सरकारी निर्माण कार्य अभी भी देखने को मिले जिन पर अनदेखी के आरोप लग रहे है। नोएडा में सोमवार को जहां प्रदुषण के एक्युआइ का स्तर कम दिख रहा था वहीं मंगलवार शाम होते-होते एक्युआइ फिर से बढ़ता हुआ दिखाई दिया जिसके बाद नोएडा में यह 397 और ग्रेटर नोएडा में यह 361 दर्ज किया गया।
हरियाणा भी हुआ प्रदुषण कम करने की मुहीम में शामिल
नोएडा के अलावा हरियाणा सरकार भी प्रदुषण को लेकर अब गंभीर हुई है। हरियाणा के मुख्य जिलों गुडगाँव, सोनीपत, झज्जर और फरीदाबाद में प्रदुषण पर नियंरण करने के लिए कई फैक्ट्रियों में हो रहे कार्यों को बंद करवा दिया है। इन जिलों में भी 22 नवम्बर तक प्रदुषण का कारण बन्ने वाली गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। दिल्ली और एनसीआर में फैले प्रदुषण के स्तर को कम करने की दिशा में हरियाणा सरकार ने यह कदम उठाया है। हरियाणा राज्य प्राधिकरण की तरफ से कई अहम् कदम उठाए गए है जिनमे पुराने वाहनों के चलाए जाने पर रोक लगाई गई है। साथ ही हैवी उद्योगिक मिक्सिंग प्लांट और स्टोन क्रशर आदि पर भी रोक लगाई गई है। चारों जिलों में किसानों के पराली जलाने पर भी रोक के सख्त निर्देश है। साथ ही सड़कों पर होने वाले साफ़ सफाई के काम पर भी रोक लगाईं गयी है।