नई दिल्ली : गैर सरकारी संगठन “जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन एलायंस” ने वैश्विक मानव तस्करी निषेध दिवस पर बाल तस्करी रोकने और सुरक्षित प्रवासन सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी पहल ‘टेक्नोलॉजी अगेंस्ट चाइल्ड ट्रैफिकिंग’ (टैक्ट) का एलान किया है।
संगठन ने मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम में “राष्ट्रीय परामर्श ‘मानव तस्करी से मुकाबले के लिए सुरक्षित प्रवासन’ में टैक्ट तकनीक का एलान करते हुए कहा कि मनोवैज्ञानिक सहायता और प्रवासी मजदूरों के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में 16 राज्यों के 250 से ज्यादा लोगों ने भागीदारी की जिसमें ज्यादातर सीमावर्ती राज्यों के थे।”
पांच सूत्रीय इस तकनीकी पहल में विशेष जोर पीड़ितों के पुनर्वास और इस चुनौती का सामना करने के लिए हर स्तर पर मानव तस्करी के पीड़ितों की भागीदारी सुनिश्चित करने और सूचनाओं के आधार पर “ संगठित मानव तस्करी” के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू करने पर है।
परामर्श कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो, रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव, तेलंगाना की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिखा गोयल, असम राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. श्यामल प्रसाद सैकिया, मध्यप्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष देविंद्र मोरे और प्रख्यात बाल अधिकार कार्यकर्ता और जस्ट राइट्स एलायंस के संस्थापक भुवन ऋभु सहित सरकार के प्रतिनिधि, कानून प्रवर्तन एजेंसियां, बाल अधिकारों से जुड़े प्राधिकारी, विशेषज्ञ, प्रवासी महिला मजदूर और नागरिक समाज संगठन भी शामिल थे।