- डेढ़ साल से जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
- विद्यालय परिसर में आवागमन हुआ बाधित
- भूमि जल कटाव से बना 15 से 20 फिट गहरा गढ़ा
- विद्यार्थियों के लिए बढ़ रही दुर्घटना की आंशका
- पार्षद बजट नहीं होने की दे रहे दलील
कपिल शर्मा /गौरवशाली भारत
नारनौल : शहर के वार्ड संख्या 11 के अंतर्गत बहरोड़ मार्ग के मध्य ग्राम कोजिन्दा स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय कोड क्रमांक (4455) का मुख्य द्वार सड़क समीप और नदी किनारे स्थित बना नहर का नाला मानसूनी बारिश के चलते भूमि जलकटाव होने से जमींदोज़ हो गया। जिससे करीब 15 से 20 फिट गहरा गढ़ा बन गया। ग्राम कोजिंन्दा से राजकीय माध्यमिक विद्यालय में प्राईमरी स्कूल इंचार्ज जीपीएस महेश कुमार गुप्ता ने गौरवशाली भारत को समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि, बिते डेढ़ साल से जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
बहरोड़ रोड़ स्थित स्कूल गेट के नजदीक नदी किनारे नहर निकासी नाला बनाया गया है। बरसाती पानी और मीट्टी के कटाव से अब यह विशाल गढ़ा बन गया है। जिससे विद्यालय के आवागमन में डेड़ सौ विद्यार्थियों के साथ-साथ स्कूल स्टाॅफ़ के लिए दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। अध्यापक महेश गुप्ता ने गंभीर समस्या संबंधित छवि सहित विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि, चुनावों के बाद इस समस्या से निजात पाने का आश्वासन दिया गया था।
विद्यालय में नगर निकाय चुनाव के दौरान मतदान केंद्र भी यहाँ बनाया गया था। तीन माह से अधिक समय बीत चुका है। करीब डेढ़ साल से इस समस्या को सहते हुए पहले भी कई स्थानीय दायित्वधारियों को अवगत कराया गया है। फिर भी समस्या हुबहू बनी हुई है। उन्होंने कहा कि स्कूल परिसर में आने के लिए वाहन टायर भी कई बार धंस चुके हैं। जनवरी माह में धुंध अधिक होने और पारदर्शिता नहीं होने से पब्लिक हेल्थ की चारदीवारी के साथ उनकी गाड़ी भी हादसे का शिकार होते हुए गढ़े में गिरते हुए बाल-बाल बची और भारी नुकसान हुआ।
नहरी नाला टूटने से और मिट्टी के धंसने से अब यह स्थान दलदल होते हुए अब यह गहरा गढ़ा बन गया है। इस बाबत अभी तक कोई सुध नहीं लिया गया है। बच्चों के लिए ख़तरा साबित हो रहा है। गौरवशाली भारत को हरियाणा जिला महेंद्रगढ़ स्थित विधानसभा क्षेत्र नारनौल के नगर परिषद के अंतर्गत वार्ड संख्या 11 में आने वाले ग्राम कोजिन्दा में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में ईएसएचएम धर्मपाल सिंह द्वारा मिली समस्या संबंधित प्रेस विज्ञप्ति में स्पष्ट तौर पर बताया गया कि, बहरोड़ मार्ग पर स्थित विद्यालय के मुख्यद्वार के समीप यह नहरी नाला क्षतिग्रस्त होने सेे विद्यार्थियों के लिए खतरा उत्पन्न हो रहा है।
रोड़ के साथ-साथ नहर पानी के लिए नाला बना हुआ है। स्कूल के मुख्यद्वार नजदीक नदी के पास यह मिलता है। पानी के तेज बहाव के कारण स्कूल के मुख्य द्वार के सामने बनी ईंटों की दीवार टूटकर बह गई और भारी मिट्टी कटाव होने के कारण स्कूल का रास्ता बाधित हो गया है। जिससे छात्रों को आते जाते समय काफी परेशानी हो रही है। किसी भी दिवस इस गढ़े में बच्चों के साथ अनहोनी घट सकती है। क्योंकि, भूमि जल कटाव से नाला करीब 15-20 फीट गहरा हो गया है। इससे पहले भी कई घटनाएँ हो चुकी हैं।
बता दें कि, विद्यालय परिसर के आवागमन में अवरोध उत्पन्न करता नहरी नाला से पानी का जलभराव के साथ दुर्घटना की आंशका जताई गई है। जमीन में धंसा हुआ यह नहर निकासी नाला विशाल गढ़ा बन गया है। ईएसएचएम धर्मपाल सिंह द्वारा इस गंभीर समस्या के समाधान की अपील की गई है।
क्षतिग्रस्त नहर निकासी नाले पर वार्ड पार्षद ने दी प्रतिक्रिया
नारनौल वार्ड संख्या 11 पार्षद प्रेमलता के प्रतिनिधि अनिल कुमार ने बताया कोजिन्दां में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय के समीप बना नहर का नाला की समस्या कई दिनों से संज्ञान में है। समस्या गंभीर है। हमने कई बार विजिट भी किया है। इस सन्दर्भ में मंत्री ओमप्रकाश यादव को फंड के लिए अवगत कराया गया है। मंत्री जी ने कहा है कि हमने इससे पहले भी इस कार्य के लिए पाइप मंगवाए थे लेकिन, वह पाइप साइज के हिसाब से छोटे पड़ गए। अब और आएंगे तो लगवाएंगे। मंत्री जी को पुन: स्मरण कराया जाएगा। बजट मिलते ही गाँव की अन्य समस्याओं से शीघ्र इस समस्या को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाएगा।