वाराणसी : योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को वाराणसी में 108 साल पुराने श्रीराम लक्ष्मी नारायण मारवाड़ी हिंदू अस्पताल के सेवाभाव की तारीफ की।
अस्पताल में डायलिसिस विभाग का शुभारंभ करने के बाद उन्होने कहा कि 108 वर्ष से जनता-जनार्दन की सेवा के लिए समर्पित यह अस्पताल सेवा भावना का उत्कृष्ट उदाहरण है। चैरिटी क्षेत्र में इतने लंबे समय तक कार्य करना सामान्य बात नहीं है। ट्रस्ट बोर्ड से जुड़े लोग बेहतर टीम भाव से काम कर सकें और सही-सस्ती, विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें, यह चुनौतीपूर्ण कार्य है।
मुख्यमंत्री ने हॉस्पिटल में डायलिसिस सुविधा प्रारंभ करने के लिए ट्रस्ट के सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर मरीजों का हालचाल भी जाना।
योगी ने कहा कि 1916 काशी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना का वर्ष है। यह भारतीय स्थापत्य, ज्ञान परंपरा, अभियांत्रिकी, भारत की आयुष व आधुनिक चिकित्सा पद्धति को लेकर मालवीय जी के सपनों को साकार करने वाला केंद्र है, जो देश-दुनिया को आकर्षित करता है। इस वर्ष महात्मा गांधी काशी आए थे और बाबा विश्वनाथ मंदिर का दर्शन किया। इसी वर्ष यहां हिंदू हॉस्पिटल भी प्रारंभ हुआ। उस समय संस्थापकों ने जिस भाव के साथ चैरिटी हॉस्पिटल प्रारंभ किया था, उसी भावना के अनुरूप आज भी यह कार्य होना स्वागत योग्य है।
उन्होने कहा कि यह कार्य कानोडिया परिवार ने प्रारंभ किया था। इसके बाद राधेश्याम खेमका के आह्वान पर वर्तमान ट्रस्ट बोर्ड इसे संचालित कर रहा है। बोर्ड के पदाधिकारियों का योगदान अभिनंदनीय है, क्योंकि वे लंबे समय से संस्थापकों की भावना के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि 10 रुपये में ओपीडी की सेवा प्रारंभ करना बहुत कठिन कार्य है। ट्रस्ट बोर्ड के पदाधिकारियों की सदाशयता और डॉक्टरों, पैरामेडिक्स की टीम को जोड़ने रखना महत्वपूर्ण है।
योगी ने कहा कि आधुनिक खान-पान और प्रदूषण के बढ़ते दुष्प्रभाव, केमिकल-पेस्टिसाइड के अत्यधिक उपयोग व खानपान के सभी वस्तुओं में मिलावट की हद से अधिक सीमा व्यक्ति के ऑर्गन (किडनी, हर्ट, लंग्स) को प्रभावित कर रही है। युवा सुगर व ब्लड प्रेशर से पीड़ित हो रहे हैं। ऐसी स्थितियों में 500 रुपये में डायलिसिस की सुविधा देना चैरिटी का उत्कृष्ट उदाहरण है।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार के स्तर पर सभी 75 जनपदों में डायलिसिस की सुविधा किसी न किसी हॉस्पिटल में प्रारंभ की गई है। सरकार फ्री में उपचार कराती है। बदले में संचालित करने वाले को प्रति डायलिसिस एक हजार रुपये उपलब्ध कराते हैं। सीएम ने कहा कि पैसा बहुत महत्व नहीं रखता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्वालिटी को जरूर ध्यान में रखें। उन्होंने कहा कि यदि हॉस्पिटल की सेवाओं को इनपैनल्ड कराकर भेजेंगे तो शासन की सुविधा भी गरीबों के लिए प्राप्त हो सकती है।
योगी ने कहा कि प्रदेश में 5.11 करोड़ से अधिक लोगों को गोल्डन कार्ड जारी किए हैं। यह संख्या देश में सर्वाधिक है। प्रतिवर्ष गरीबों को पांच लाख रुपये स्वास्थ्य बीमा का कवर उपलब्ध कराया जा रहा है। गरीब के पास उपचार के लिए पैसे की कमी नहीं है, लेकिन क्वालिटी ठीक हो, डॉक्टर व स्टॉफ सही ढंग से काम कर सकें। इसके लिए उन्हें सही पैकेज देते हुए लोगों की टीम को जोड़कर स्वच्छता का मानक बनाते हुए उन्नयनों का पालन कर कार्य करते हैं तो उन संस्थापकों को असीम शांति मिलेगी, जो इसे मानवीय उत्कृष्टता का केंद्र बनाना चाहते थे।
उन्होने कहा कि काशी में आरोग्यता के सबसे बड़े देवता बाबा विश्वनाथ हैं। मां गंगा का आशीर्वाद भी है। साक्षात विष्णु के अवतार में लक्ष्मी नारायण का मंदिर, मां अन्नपूर्णा भी यही हैं। आपके साथ में सब कुछ है। एंबुलेंस के आनेजाने की व्यवस्था का प्रावधान यहां प्रशासन की तरफ से होना चाहिए। शासन के स्तर की सुविधाओं के लिए आपके प्रतिवेदन पर समयसीमा के भीतर समाधान का रास्ता निकालेंगे। सही, सस्ती, सुलभ व विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवा दे सकें। इसके लिए कार्य किए जाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर, दयाशंकर मिश्र दयालु, रवींद्र जायसवाल, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, मुनीष कपूर, ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष बैजनाथ प्रसाद, डॉ. डीके सिन्हा, ट्रस्टी रामअवतार अग्रवाल आदि मौजूद रहे।