रायपुर : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाला मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने बुधवार को तड़के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, धमतरी समेत कई शहरों में छापेमारी की।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) घोटाला मामले में सीबीआई ने आज सुबह राज्यपाल के पूर्व सचिव व भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अमृत खलको, पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी और कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के निवास समेत कई स्थानों पर दबिश दी है।
मिली जानकारी के अनुसार श्री अमृत खलको के भिलाई स्थित तालपुरी कालोनी में स्थित आवास पर सीबीआई की टीम पहुंची। जहां सीबीआई सीजी पीएससी घोटाले में छानबीन कर रही है।
पीएससी घोटाले मामले में सीबीआई जांच शुरू होने के बाद राज्यपाल के सचिव पद से अमृत खलको को हटा दिया गया था। वहीं रायपुर में पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी के निवास स्वर्णभूमि समेत तीन स्थानों पर सीबीआई ने दबिश दी है। इसके साथ ही बिलासपुर में कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के यदुनंदन नगर और तिफरा क्षेत्र के नए बस स्टैंड के पास स्थित मकान पर भी सीबीआई ने छापेमारी की है।
दरअसल राजेंद्र शुक्ला के बेटे स्वर्णिम शुक्ला का चयन आदिमजाति कल्याण विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर हुआ था। सीबीआई की टीम इन सभी स्थानों में दबिश देकर घोटाले की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि तत्कालीन अध्यक्ष, अधिकारियों और राजनेताओं के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को पीएससी 2022 के दौरान डिप्टी कलेक्टरेट और डिप्टी एसपी के रूप में नियुक्त किया गया था। नियुक्त के बाद इसपर धांधली का मामला उठा था जिसके बाद प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इसी कारण आज सुबह मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम ने कई स्थानों में छापेमारी की है।
सीबीआई ने सीजीपीएससी में गड़बड़ी मामले में जिनपर एफआईआर दर्ज किया है उनमें तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव जेके ध्रुव और अन्य के खिलाफ कथित भाई-भतीजावाद तथा अपने अयोग्य बेटों, बेटी, रिश्तेदारों एवं परिचितों को जिला कलेक्टर, डिप्टी एसपी के बड़े पदों पर भर्ती सुनिश्चित करने के लिए मेरिट सूची में डालने का आरोप है।
इस बीच राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने एक्स पर एक पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा,“छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पांच साल के शासनकाल में माफियाराज ने पीएससी में भ्रष्टाचार कर युवाओं के भविष्य को दांव पर लगा दिया। अब सुशासन के दौर में भ्रष्टाचारी बेनकाब होंगे। युवाओं के साथ अन्याय नहीं चलेगा, उन्हें न्याय मिलेगा”