दिल्ली-एनसीआर के प्रदुषण स्तर में रविवार को सुधार देखने को मिला है। जहां शनिवार को इस पूरे क्षेत्र में हानिकारक प्रदुषण के कारण रिकॉर्ड एक्यूआई दर्ज किया गया अब उससे थोड़ी राहत देखने को मिली है। केन्द्रीय प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार हवा की गति धीमी होने और पंजाब की जगह राजस्थान की तरफ से हवा का रास्ता बदलने के कारण पराली से होने वाला धुँआ देश की राजधानी और उसे से लगे इलाकों तक नही पहुंचा। जिसकी वजह से एक्यूआई दर में सुधार दर्ज किया गया। लेकिन फिर भी आने वाले दिनों में तेज हवा चलने की आशंका है जिसके बाद फिर से प्रदुषण का स्तर बढ़ सकता है।
प्रदुषण पर दिल्ली सरकार का एक्शन
राजधानी क्षेत्र में प्रदुषण के खतरनाक स्तर के बाद दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत दिखाई दी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को तुरंत तलब करके यह सवाल पूछा कि लोगों को प्रदुषण से बचाने के लिए दिल्ली सरकार क्या कदम उठा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को तुरंत इस पर एक्शन लेने के लिए कहा जिसके बाद केजरीवाल सरकार ने स्कूल, कोचिंग इंस्टिट्यूट को 20 नवम्बर तक बंद कर दिया साथ ही सरकारी विभागों और निजी दफ्तरों को वर्क फ्रॉम होम से कार्य करने को कहा। वहीं दूसरी और दिल्ली सरकार विभिन्न विभागों के साथ मिल कर समीक्षा कर रही है कि क्या दिल्ली में पूर्ण रूप से लॉकडाउन लगाया जा सकता है कि नही। हालाकि दिल्ली सरकार का यह भी कहना है कि अकेले दिल्ली के लॉकडाउन लगाने से कोई फायदा नही होगा अगर दिल्ली के पडोसी राज्य भी दिल्ली के साथ मिलकर कार्य करें तो ही लॉकडाउन विकल्प कारगर हो पाएगा।
रविवार को दिल्ली और उस से सटे इलाकों का प्रदुषण स्तर
दिल्ली में प्रदुषण स्तर में गिरावट के बाद एक्यूआई लेवल आर के पुरम में 268, पूसा रोड 296, सिरीफोर्ट स्टेडियम में 291, लोदी रोड 277, नजफगढ़ में 297, अरबिंदो मार्ग में 281 रहा इसके आलावा दिल्ली से सटे एनसीआर क्षेत्र की बात की जाए तो उत्तरप्रदेश में एक्यूआई लेवल बुलंद शहर में 356, बागपत में 328, गाजियाबाद 331, हापुड़ 359, मेरठ 328, मुजफ्फरनगर 326 रहा।
हरियाणा की बात की जाए तो रविवार को यहाँ एक्यूआई लेवल जींद में 387, कैथल 303, चरखी दादरी में 309, रोहतक में 312 और पानीपत में 306 रहा। राजस्थान के कुछ इलाकों में जयपुर में 328, भिवाड़ी में 308 और कोटा में कोटा 375
वहीं दिल्ली एनसीआर के नोएडा, फारिदाबाद जैसे इलाकों में ग्रेटर नोएडा 310, मानेसर 315, नोएडा – 321, बल्लभगढ़ में 342 एक्यूआई लेवल दर्ज किया गया।
नोएडा भी रहा एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर
रविवार को दिल्ली के साथ दूसरा सबसे प्रदूषित शहर नोएडा रहा वहाँ भी पिछले दो दिनों में प्रदुषण ने सारे रिकॉर्ड तोड़े। रविवार को प्रदुषण के आंकड़े में सुधार तो हुआ फिर भी हवा काफी खाराब थी, मौसम विभाग ने कहा आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता में तो सुधार नही होगा परन्तु प्रदुषण का एक्युआइ कम रहेगा। रविवार को केन्द्रीय प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक़ एयर क्वालिटी इंडेक्स के साथ नॉएडा का एक्युआइ 321 दर्ज किया गया था। वहीं ग्रेटर नोएडा का एक्युआइ 310 रिकॉर्ड किया गया था।
इतने प्रदुषण के बाद जब प्रशासन ने निर्माण कार्य रोकने के आदेश दिए उसके बाद भी कुछ इलाकों में आदेश की अनदेखी करते हुए निर्माण कार्यों को नही रोका। एक तरफ जहां प्रदुषण से वातावरण का स्तर खराब हो रहा था है वहीं दूसरी और नोएडा और इससे जुड़े इलाकों में निर्माण कार्यों धड़ल्ले से किये गए। इस तरह की गतिविधियाँ हालात के सुधरने में बाधा भी बनी।