कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) और आईटी उत्पाद बनाने वाली कंपनी बोट ने दिल्ली की झुग्गी बस्तियों के बच्चों में छुपी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से ‘प्रतिभा विकास कार्यक्रम’ की शुरुआत की। कार्यक्रम का शुभारंभ बोट के सह-संस्थापक और सीएमओ अमन गुप्ता ने किया।
मेरी आवाज सुनो (हियर माई रोर) नामक इस कार्यक्रम को महानगर की चार झुग्गी बस्तियों चाणक्यपुरी की संजय कैंप, ओखला के इंद्रा कल्याण विहार, रंगपुर पहाड़ी और वसंतकुंज की इंदर कैंप में आयोजित किया जाएगा।
बाल सशक्तीकरण के उद्देश्य से प्रतिभा विकास कार्यक्रम महानगर की झुग्गी बस्तियों में रहने वाले समाज के कमजोर तब्के के बच्चों को संगीत, नृत्य, रंगकर्म और क्रिकेट के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को निखारने और उसे प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा।
इस पहल के तहत बच्चों की प्रतिभा को पहचाना जाएगा और फिर उसे निखारने और उन्हें विशेष परिक्षण देने के लिए वरिष्ठ कलाकारों और खिलाड़ियों को आमंत्रित किया जाएगा। परीक्षण के अंत में प्रतिभावान बच्चों का चयन किया जाएगा। इस आयोजन का निर्णय एक जूरी द्वारा किया जाएगा और विजेताओं को अपनी प्रतिभा का विकास करने के लिए छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।
केएससीएफ के कार्यकारी निदेशक राकेश सेंगर ने इस अवरस पर कहा,“ समाज के कमजोर तबके के बच्चों को अवसर प्रदान करने के दृष्टिकोण से यह एक अनूठा कार्यक्रम है। यह उन बच्चों की प्रतिभा को पहचान देगा जो बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। यह बच्चों को सशक्त भी करेगा और उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास करेगा। ”