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एनआईए ने एचयूटी मामले में तमिलनाडु में कई स्थानों पर छापेमारी की

कन्याकुमारी : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (एचयूटी) में कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती से संबंधित एक मामले की जांच के तहत मंगलवार को तमिलनाडु में कई स्थानों पर छापे मारे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चेन्नई, पुदुकोट्टई और कन्याकुमारी में ट्रिप्लिकेन, नीलांकरई, रोयापेट्टा, वन्नारापेट्टई, तांबरम, वंडालूर, वेट्टुवनकेनी सहित 14 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।
एनआईए के अधिकारी एचयूटी के कथित समर्थकों से जुड़े घरों और अन्य स्थानों पर तलाशी ले रहे हैं, जो इस्लामिक स्टेट या खिलाफत की स्थापना करने, कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक और प्रतिबंधित संगठन के संस्थापक तकी अल-दीन अल-नभानी द्वारा लिखित संविधान के मसौदे को लागू करने के लिए भोले-भाले युवाओं को कट्टरपंथी बनाने तथा भर्ती करने में लगे हुए थे।
गौरतलब है कि चेन्नई साइबर अपराध शाखा द्वारा इस साल मई के आखिरी सप्ताह के दौरान चेन्नई में एचयूटी से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार करने के बाद यह छापेमारी की गई।
एनआईए ने तमिलनाडु पुलिस से मामला अपने हाथ में ले लिया और इसकी जांच कर रही है। गिरफ्तार लोगों में अहमद मंसूर, उसके पुत्र हमीद हुसैन, अब्दुल रहमान, मोहम्मद मौरिस, खादर नवाज शरीफ और अहमद अली शामिल हैं।
उन पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया। इन छह आरोपियों ने स्वीकार किया कि उनका पोस्ट अपलोड करने के पीछे का उद्देश्य देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बाधित करना था। उन्होंने विभिन्न सोशल मीडिया अनुप्रयोगों पर कई खाते बनाए थे।
दरअसल, एचयूटी एक प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय पैन-इस्लामवादी और कट्टरपंथी संगठन, आईएसआईएस से संबद्ध है जो देश में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के लिए काम कर रहा है

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