माहाराष्ट्र में आई.आई.टी मुंबई के 26 वर्षीय छात्र ने हॉस्टल परिसर में बनी ईमारत की 7 वीं मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली. यह छात्र आई आई टी मुंबई में पोस्ट ग्रेजुएट का स्टूडेंट था. मौके पर पुलिस पहुंची तो मृत छात्र के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमे उसने लिखा कि वह कई दिनों से डिप्रेशन से पीड़ित था और कई दिनों से इससे सम्बंधित इलाज भी करवा रहा था. इसके अलावा इस नोट में उसने लिखा कि मेरे इस फैसले के लिए कोई भी अन्य व्यक्ति जिम्मेदार नही है. मुंबई पुलिस अब मामले की कार्यवाही करके जांच कर रही है.
पहले भी इस तरह के कई मामले सुनने को आते रहे है जिसमे कई छात्रों ने जॉब और करियर से जुड़े दबाव के कारण आत्महत्या कर ली. कुछ दिनों पहले केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई थी कि आई.आई.एम,आई.आई.टी. और केंद्र की प्रतिष्ठित युनिवर्सिटियों के 122 छात्रों ने 2014 से 2020 के दौरान आत्महत्या की. लोकसभा में एक लिखित प्रशन के सवाल में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी थी कि मरने वाले 122 छात्रों में से 24 छात्र एससी , 41 छात्र ओबीसी , 3 छात्र एसटी एवं बाकी 3 छात्र अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के थे.