भारत ने अफगानिस्तान को अपनी मानवीय सहायता की तीसरी खेंप आज काबुल भेजी। भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच आपसी संबंधो के मद्देनजर यह मदद अफगानिस्तान के लोगों के लिए राहत का काम करेगी। भारत की तरफ से आज अफगानिस्तान को चिकित्सा सहायता की आपूर्ति के लिए दो टन आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयां भेजी गई। यह राहत सामग्री काबुल के इंदिरा गांधी अस्पताल में पहुंचाई गई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत दोनों देशों के लोगों के साथ अपने विशेष संबंधों को जारी रखने और उन्हें मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार स्थापित होने के बाद भारत ने फिलहाल अफगानिस्तान सरकार की मान्यता के पक्ष में नही है क्योंकि भारत नही चाहता कि अफगानिस्तान की नई स्थापित केद्र सत्ता के सहयोग से अफगानिस्तान का उपयोग भविष्य में भारत विरोधी गतिविधियों के लिए किया जाए। परन्तु तालिबान से पहले वहां पुरानी सरकार के समय में भारत ने अफगानिस्तान में कई परियोजनाओं पर काम किया जो कि वहाँ के लोगों के लिए फायदेमंद हो। भारत अभी भी अफगानिस्तान का विकास चाहता है और समय समय पर अफगानिस्तान को मदद भेजता रहता है। कुछ दिनों पहले भारत ने WHO के माध्यम से अफगानिस्तान को COVID वैक्सीन की 500,000 खुराक और 1.6 टन चिकित्सा सहायता की आपूर्ति की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि आने वाले समय में भारत दवाओं ओए खाद्य सामग्री से जुडी और मानवीय सहायता अफगानिस्तान भेजेगा।